Cell membrane ( कोशिका झिल्ली)
Cell membrane (कोशिका झिल्ली):- कोशिका के सभी अव्यय एक झिल्ल से गिरे रहते हैं इस झिल्ली को कोशिका झिल्ली कहते हैं कोशिका झिल्ली का निर्माण 3 परतों से मिलकर बना। इसमें बाहरी व भीतरी परतों का निर्माण प्रोटीन के द्वारा होता है मध्य परत का निर्माण वसा व लिपिड से होता हैं कोशिका झिल्ली कोशिका के "जीव द्रव"को घेर कर रखती है।
Protoplasm (जीव द्रव):- कोशिका के कोशिका झिल्ली के अंदर संपूर्ण पदार्थ को जीव द्रव कहते हैं।
ये दो भागों से मिलकर बना है।
1. Nucleus (केंद्रक)
2.cytoplasm(कोशिका द्रव)
Nucleus(केंद्रक):- कोशिका द्रव मैं स्थित संरचना जो जीव द्रव के क्रिया को संचालित करता है या कोशिका का नियंत्रण करता है nucleus ( केंदक )कहलाता है।
कार्य:-प्रोटीन को आवश्यक स्थानों पर पहुंचाना इसका मुख्य कार्य है इसलिए इसे" ट्रैफिक पुलिस ऑफ सेल "भी कहते हैं।
Smooth endoplasmic:-यह राइबोसोम से नहीं जुड़े होते हैं ये लिपिड ,स्टोराड, ग्इकोजन का निर्माण करते हैं।
Cell division or reproduction
कोशिका विभाजन-
Phase of mitosis:-
1. Inteterphase:-( अंतरा व्यवस्था):--कोशिका चक्र का 95 % अंतर अवस्था का होता है कोशिकाओं का जीवनकाल अधिकांश अंतर अवस्था में ही होता है इस अवस्था में तेजी से जैव संश्लेषण होता है इस अवस्था में प्रोटीन , डीएनए ,RNA संश्लेषण होता हैं।
2. prophase:-क्रोमेटिंन पदार्थ के रूप में न हो कर पतले महिन धागे के रूप में रूपांतरित हो जाते हैं जिन्हें गुणसूत्र कहते हैं।
गुणसूत्र संघनन की क्रियाविधि के कारण छोटे मोटे होने लगते हैं।
3:-metaphase (मध्यावस्था):- गुणसूत्र कोशिका की मध्य रेखा पर व्यवस्थित होकर मध्य व्यवस्था पटिया बनाते हैं। गुणसूत्र के अर्थगुणसूत्र तर्कु तन्तूओ से जुड़े होते हैं।
गुणसूत्रों के गुणसूत्र बिंदु पट्टिका पर एवं भुजाएं धुवो की ओर जाने लगती हैं।
4.Anaphase:-(गति स्थिति):---इस अवस्था में अर्थ गुणसूत्र अलग हो जाते हैं । गुणसूत्र विपरीत ध्रुवों की ओर जाने लगते हैं यह सुपुत्री विभाजन की सबसे छोटी अवस्था है
5. Telophase ( अंत्यावस्था):-गुणसूत्रों के समूह विपरीत ध्रुवों पर पहुंच जाते हैं। तर्कु तंत्र लुप्त हो जाते हैं।
-प्रत्येक गुणसूत्र समूह के चारों ओर केंद्रक झिल्ली का निर्माण करते हैं।
-गुणसूत्र पुनः क्रोमेटिंन जाल में बदलने लगते हैं।
चाल में बदलने लगती हैं।
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